सावित्री | Savitri Amar Chitra Katha Hindi PDF Download

सावित्री और सत्यवान की कथा महाभारत में आती है। यह उन विभिन्न कथाओं में है। जो मार्कण्डेय मुनि ने पाण्डवों के उनके बनवास की अवधि में सुनायी थी। पाण्डवों में सबसे बड़े भाई, युधिष्ठिर, पाँचों भाइयों की पत्नी, दौपदी के दुख से बहुत दुखी रहते थे क्योंकि द्रौपदी ने अपने पतियों के प्रेम-वश स्वयं ही अपने पर विपत्ति बुलायी थी। मार्कण्डे ने युधिष्ठर को समझाया कि चाहे कैसी और कितनी भी विपत्तियाँ उन पर पड़ें, पतिव्रता नारियाँ अन्त में सब पर विजय प्राप्त करती हैं और अपने प्रियजनों को विजयश्री दिलवाती हैं। द्रौपदी की निष्ठा ने वैसे ही उन्हें आपत्तियों से मुक्ति दिलायो जैसे सती सावित्री ने अपने पति, सत्यवान के प्रति अपनी निष्ठा से अपने माता-पिता और सास- श्वसुर को सौभाग्य की प्राप्ति करायी और अपने लिए गया हुआ सुहाग प्राप्त किया। यह उसकी अडिग निष्ठा की ही शक्ति थी जिससे स्वंय यमराज भी प्रभावित हुए बिना नहीं रहे और उन्हें सत्यवान को फिर से जीवन देना पड़ा। अमर चित्र कथा अर्थात उत्तम पुस्तकें अब 360 से अधिक पुस्तकें उपलब्ध हैं।
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Author
Anant Pai
Size
34 MB
Pages
34
Language
Hindi

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Description

Even the merciless Lord Yama is charmed by Savitri. This gentle, beautiful princess is admired by gods and kings, the rich and the poor, the young and the old. But when the shadow of death hangs over her husband she is filled with courage spurred by her selfless love for him. She strives for a miracle, with amazing success!

Anant Pai

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