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महाभारत के पात्रों की अमर कहानियाँ सदियों से हमें अपने जीवन के रास्ते पर सही ढंग से चलने की सतप्रेरणा देती आ रही हैं।
महारथी कर्ण ने अपने भाग्य के साथ किया हुआ अटूट संघर्ष, पितामह भीष्म की विलक्षण ध्येयनिष्ठा, अधर्म के विनाश के लिए द्रौपदी ने किया हुआ असीम त्याग, श्री कृष्ण की चतुर रणनीति, विदुर का सदाचार और एकलव्य ने ज्ञानार्जन के लिए दिखाई हुई तत्परता, ऐसे कई मूल्यों ने हमें अपने जीवन के कठिन राहों पर आगे बढ़ने का हौसला प्रदान किया है।
फिर भी, महाभारत की बस कुछ ही कथाएँ अत्यंत प्रसिद्ध हैं। इन प्रसिद्ध कथाओं के अलावा भी, महाभारत में ऐसी कई कहानियाँ हैं, जो पठनीय होने के बावजूद पाठकों तक नहीं पहुँची हैं।
ऐसी ही कुछ अनसुनी कहानियाँ पाठकों तक पहुँचाने का प्रयास इस किताब के माध्यम से किया गया है।
इस किताब में आपको निम्नलिखित कथाएँ पढ़ने को मिलेंगी।
- ययाती की कहानी – एक अत्यंत सामर्थ्यशाली राजा के इन्द्रिय सुख पाने के यत्न का अंत कैसे होता है, यह इस कथा के माध्यम से जानिएँ
- सर्वशक्तिमान गरुड – सर्पों कि जीभ द्विभाजित कैसे हुई इसका रहस्य पंछियों के राजा की एक अमर कथा के माध्यम से जानिएँ
- भरत वंश की शुरुवात – जिस राजा भरत का नाम भारतीय उपखंड को दिया गया, उसका जन्म कैसे हुआ यह इस कथा के माध्यम से जानिएँ
- अग्नी को शाप – ऐसा कौनसा शाप अग्नी को मिला था, जिससे उसने सब कुछ भक्षण करना शुरू कर दिया, यह इस कथा के माध्यम से जानिएँ
- रुरू आणि प्रमद्वरा – एक प्राचीन प्रेम कहानी में एक मृत व्यक्ति को असाधारण व्यक्तिगत त्याग से कैसे जीवित किया गया, यह इस कथा के माध्यम से जानिएँ
- उत्तंक की गुरु-दक्षिणा – कर्णकुंडलों की तलाश में जोखिमभरे नागलोक में एक शिष्य ने कैसे साहस दिखाया, यह इस कथा के माध्यम से जानिएँ
इसके अलावा, सर्प-मेध यज्ञ की ऐसी अनेक कथाएँ पढ़ीएँ, जिससे सर्पों का समस्त वंश धरती से ख़त्म होने का ख़तरा निर्माण हो गया था।