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दिल्ली दरबार / Dilli Darbaar Book PDF Download

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Description of दिल्ली दरबार / Dilli Darbaar Book PDF Download

Name  दिल्ली दरबार / Dilli Darbaar Book PDF Download
Author  No tags for this post.
Size   0.6 MB
Pages  140
Category  Novels
Language  Hindi
Download Link  Working


दिल्ली दरबार छोटे शहरों के युवाओं के दिल्ली प्रवास, प्रेम, प्रयास और परेशानियों की एक प्रहसनात्मक कहानी है। यह लापरवाह इश्क से जिम्मेदार प्रेम की परिणति तक की एक खुशहाल यात्रा है। यह कहानी दरअसल उन लाखों युवाओं के जीवनशैली की भी है जो बेहतर जिंदगी और भविष्य की संभावनाओं के लिए दिल्ली जैसे महानगर का रास्ता लेते हैं। मनोरंजक ढंग से कही गई इस कहानी के केंद्र में टेक्नो गीक ‘राहुल मिश्रा’ है; जिसका मंत्र है ‘सफलता का हमेशा एक छोटा रास्ता है’ और विडंबना यह है कि वह इस बात को अपने ही सनकी तरीके से सही साबित भी करता जाता है। कहानी परिधि की भी है जो पूर्वी दिल्ली की एक ठेठ लड़की है और राहुल को लेकर भविष्य तलाश रही है। मूलतः ‘दिल्ली दरबार’ दिल्ली की नहीं, बल्कि दिल्ली में कहानी है जो चलते-चलते प्रेम, विश्वास, दोस्ती और ‘जीवन’ के अर्थ खोजती जाती है।

 

Summary of book दिल्ली दरबार / Dilli Darbaar Book PDF Download


उस रोज दो घटनाएँ हुई थीं। दिन में मुहल्ले वालों ने शुक्ला जी की टीवी पर रामायण देखा था और रात में महाभारत हो गया था। दिन में सीता जी अपनी कुटिया से गायब हुई थीं और रात में गीता जी (शुक्ला जी की बेटी) अपनी खटिया से। सीता जी जब गायब हुई थीं तो रावण के पुष्पक विमान पर नजर आईं। गीता जी जब गायब हुईं तो पुजारी जी के मचान पर नजर आईं। रावण ने सीताहरण में बल प्रयोग किया था। पुजारी जी के बेटे देवदत्त मिश्रा ने गीतावरण में लव प्रयोग किया था। सीता जी को पुष्पक विमान पर जटायु ने देखा था और उन्हें बचाने की भरपूर कोशिश की थी। गीताजी को पुजारी के मचान पर जटाशंकर चाचा ने देख लिया था और बात फैलाने में कोई कोताही नहीं की थी।

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Q. Who is the author of the book दिल्ली दरबार / Dilli Darbaar Book PDF Download?
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