मंगलसूत्र / Mangal Sutra Hindi Book PDF Download Free in this Post from Google Drive Link and Telegram Link , No tags for this post. All PDF Books Download Free and Read Online, मंगलसूत्र / Mangal Sutra Hindi Book PDF Download PDF , मंगलसूत्र / Mangal Sutra Hindi Book PDF Download Summary & Review. You can also Download such more Books Free - Hindi Novels PDF Download FreeHindi PDF Books DownloadHindi Stories Book PDF DownloadMangal Sutra Hindi Book PDF Download
Description of मंगलसूत्र / Mangal Sutra Hindi Book PDF Download
Name | मंगलसूत्र / Mangal Sutra Hindi Book PDF Download |
Author | Invalid post terms ID. |
Size | 0.4 MB |
Pages | 65 |
Category | Novels, Stories |
Language | Hindi |
Download Link | Working |
‘मंगलसूत्र’ – प्रेमचंद द्वारा रचित अपूर्ण और साहित्यिक जीवन पर आधारित उपन्यास है। प्रेमचंद जी की लिखी यह आखिरी उपन्यास है, जिसे वो पूरा नहीं कर सके। इस उपन्यास में प्रेमचंद जी ने इस उपन्यास की पात्र देव कुमार के जीवन का अपने जीवन में किए हुए संघर्षों के फलस्वरूप उनको स्वनिर्धारित आदर्शों से विचलित होता हुआ प्रस्तुत किया है।
‘मंगलसूत्र’ के नायक है आदर्शवादी देव कुमार, जिन्होंने अपना जीवन साहित्य साधना में व्यतीत किया है और उनको कुछ व्यसन भी लगे हुए है। जिसके कारण उनका भौतिक जीवन कभी सुखी नहीं रह सका है। लेकिन उनको अपने जीवन में ख्याति बहुत प्राप्त हुई है। देव कुमार के जीवन की आदर्शवादी व्यक्तित्व की कहानी का बारीकी से प्रेमचंद ने अपने इस उपन्यास में वर्णन किया हुआ है।
Summary of book मंगलसूत्र / Mangal Sutra Hindi Book PDF Download
(प्रेमचंद का आखिरी उपन्यास, जिसे वे पूरा न कर सके)
बड़े बेटे संतकुमार को वकील बना कर, छोटे बेटे साधुकुमार को बी.ए. की डिग्री दिला कर और छोटी लड़की पंकजा के विवाह के लिए स्त्री के हाथों में पाँच हजार रुपए नकद रख कर देवकुमार ने समझ लिया कि वह जीवन के कर्तव्य से मुक्त हो गए और जीवन में जो कुछ शेष रहा है, उसे ईश्वरचिंतन के अर्पण कर सकते हैं। आज चाहे कोई उन पर अपनी जायदाद को भोग- विलास में उड़ा देने का इलजाम लगाए, चाहे साहित्य के अनुष्ठान में, लेकिन इससे कोई इनकार नहीं कर सकता कि उनकी आत्मा विशाल थी। यह असंभव था कि कोई उनसे मदद माँगे और निराश हो। भोग-विलास जवानी का नशा था। और जीवन भर वह उस क्षति की पूर्ति करते रहे, लेकिन साहित्य-सेवा के सिवा उन्हें और किसी काम में रुचि न हुई और यहाँ धन कहाँ ? – यश मिला और उनके आत्मसंतोष के लिए इतना काफी था। संचय – में उनका विश्वास भी न था। संभव है, परिस्थिति ने इस विश्वास को दृढ़ किया हो, लेकिन उन्हें कभी संचय न कर सकने का दुख नहीं हुआ। ……………
मंगलसूत्र / Mangal Sutra Hindi Book PDF Download link is given below
We have given below the link of Google Drive to download in मंगलसूत्र / Mangal Sutra Hindi Book PDF Download Free, from where you can easily save PDF in your mobile and computer. You will not have to pay any charge to download it. This book is in good quality PDF so that you won't have any problems reading it. Hope you'll like our effort and you'll definitely share the मंगलसूत्र / Mangal Sutra Hindi Book PDF Download with your family and friends. Also, do comment and tell how did you like this book?