मानसरोवर (कथा संग्रह) प्रेमचंद द्वारा लिखी गई कहानियों का संकलन है। उनके निधनोपरांत मानसरोवर नाम से ८ खण्डों में प्रकाशित इस संकलन में उनकी दो सौ से भी अधिक कहानियों को शामिल किया गया है। कॉपीराइट अधिकारों से प्रेमचंद की रचनाओं के मुक्त होने के उपरांत मानसरोवर का प्रकाशन अनेक प्रकाशकों द्वारा किया गया है।
इस संकलन में कुल 20 कहानियाँ हैं।
- यह मेरी मातृभूमि है
- राजा हरदौल
- त्यागी का प्रेम
- रानी सारन्धा
- शाप
- मर्यादा की वेदी
- मृत्यु के पीछे
- पाप का अग्निकुंड
- आभूषण
- जुगनू की चमक
- गृह दाह
- धोखा
- लाग-डाट
- आमावस्या की रात
- चकमा
- पछतावा
- आप-बीती
- राज्य-भक्त
- अधिकार-चिन्ता
- दुराशा