रूह । Rooh Book PDF Download
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Description of October Junction Hindi Book PDF Download
Name | October Junction Hindi Book PDF Download |
Author | No tags for this post. |
Category | Novels |
Language | Hindi |
Download Link | Working |
सुदीप आरती देखने चला गया और वहाँ वह उन बच्चों के स्केच का हिस्सा हो गया। चित्रा ने अपना बिल अदा किया। वह भी घाट पर आरती देखने बैठ गई। उसको सुदीप दिख रहा था लेकिन वह जिस तरफ बैठी थी वहाँ से सुदीप उसको नहीं देख सकता था। आरती के बीच-बीच में चित्रा सुदीप की तरफ देख रही थी। थोड़ी देर बाद सुदीप जहाँ बैठा था वहाँ से उठकर जा चुका था। चित्रा ने एक-दो मिनट तक उसको आस-पास देखने की कोशिश की लेकिन वह दिखा नहीं।
हर अधूरी मुलाकात एक पूरी मुलाकात की उम्मीद लेकर आती है। हर पूरी मुलाकात अगली पूरी मुलाकात से पहले की अधूरी मुलाकात बनकर रह जाती है। एक अधूरी उम्मीद ही तो है जिसके सहारे हम बूढ़े होकर भी बूढ़े नहीं होते। किसी बूढ़े आशिक ने मरने से ठीक पहले कहा था कि एक छटाँक भर उम्मीद पर साली इतनी बड़ी दुनिया टिक सकती है तो मरने के बाद दूसरी दुनिया में उसकी उम्मीद बाँधकर तो मर ही सकता हूँ। बूढों की उम्मीद भरी बातें सुननी चाहिए। अच्छी लगती हैं, बस उनपर यकीन नहीं करना चाहिए। लेकिन ये सब बातें एक उम्र में समझ कहाँ आती हैं! चित्रा को उम्मीद न होती तो उसने वह सब थोड़े किया होता जो उसने किया।
थोड़ी देर बाद, चित्रा वहाँ जाकर बैठ गई जहाँ सुदीप बैठा हुआ था। उसने अपने मोबाइल पर सुदीप यादव नाम गूगल किया। यह वही सुदीप यादव था जिसके बारे में चित्रा ने थोड़ा-बहुत सुन रखा था। चित्रा ने एक बार फिर चारों और नजर दौड़ाई लेकिन वह कहीं दिखा नहीं। आरती खत्म करके वह अपने कमरे में आ गई। उसने अपना लैपटॉप खोलकर एक पन्ना लिखा। थोड़ी देर में लैपटॉप बंद किया और अपनी छोटी-सी एक नोटबुक में कुछ लिखने लगी। थोड़ी देर में वह उससे भी बोर हो गई। उसने होटल के कमरे का टीवी ऑन किया। टीवी पर इश्किया फिल्म का गाना ‘दिल तो बच्चा है जी’ चल रहा था।
लाइट ऑफ करके वह नहाने चली गई। जब वह नहाकर लौटी तब टीवी पर ‘मुन्नी बदनाम हुई’ चल रहा था। उसने टीवी बंद किया और सोने की कोशिश करने लगी।
उधर सुदीप ने ताज होटल में एंट्री करते ही रिसेप्शन पर अपने लिए अपडेट पूछा। रिसेप्शन पर खड़ी लड़की ने उसको बड़ी इज्जत से बताया कि अभिजात सर का फोन आया
था। उन्होंने कहा है कि ऑफिस में सब नार्मल है। आप आराम से अपनी छुट्टी पर रहें। कुछ भी
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