Report this Book

Description

[wpdm_package id=’1737′]

‘सामने देखो’ उपन्यास की पृष्ठभूमि भी वास्तविकता के धरातल पर टिकी हुई है, जिसमें सुरनाथ, शिवनाथ, सुनीपा और अमित जैसे पात्र जीवन की सच्चाई को उजागर करते हुए अपनी-अपनी व्यथा कहते प्रतीत होते हैं। उपन्यास की कथा इन पात्रों के इर्द-गिर्द घूमते हुए पारिवारिक सत्यता को उजागर करती है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *