श्रीमद्भागवत गीता / Shrimad Bhagwat Gita Sadhak Sanjeevani (Sanskrit-Hindi) by Swami Ramsukhdas Maharajji Download Free PDF

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परम श्रद्धेय स्वामी श्री रामसुखदास जी महाराज ने गीतोक्त जीवन की प्रयोगशाला से दीर्घकालीन अनुसंधान द्वारा अनन्त रत्नों का प्रकाश इस टीका में उतार कर लोक-कल्याणार्थ प्रस्तुत किया है, जिससे आत्मकल्याणकामी साधक साधना के चरमोत्कर्ष को आसानी से प्राप्त कर आत्मलाभ कर सकें। इस टीका में स्वामी जी की व्याख्या एक विद्वत्ता-प्रदर्शन की न होकर अपितु सहज करुणा से साधकों के लिए कल्याणकामी है। 1299 पेज में प्रस्तुत यह श्रीमद भगवद गीता साधक संजीवनी टीका हर एक मानव के लिए सदगुरू की तरह सच्ची मार्गदर्शिका है।

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