Novels

जलती चट्टान / Jalti Chattan Book PDF Download

जलती चट्टान / Jalti Chattan Book PDF Download
Pages
Category Novels Novels
Report

3.5 Rating (843) Votes

Report

 जलती चट्टान / Jalti Chattan Book PDF Download Free in this Post from Google Drive Link and Telegram Link , No tags for this post. All PDF Books Download Free and Read Online, जलती चट्टान / Jalti Chattan Book PDF Download PDF , जलती चट्टान / Jalti Chattan Book PDF Download Summary & Review. You can also Download such more Books Free -

Description of जलती चट्टान / Jalti Chattan Book PDF Download

Name  जलती चट्टान / Jalti Chattan Book PDF Download
Author  No tags for this post.
Size   0.6 MB
Pages  114
Category  Novels, Suspense thriller Novels
Language  Hindi
Download Link  Working


राजन, सीतलवादी एक कंपनी में काम की तलाश में जाता है। वहां एक दिन रास्ते में वह एक लड़की से टकरा जाता है। जिसका नाम पार्वती है। वह दोनों एक दूसरे को पसंद करते हैं और शादी करना चाहते हैं। लेकिन जब यह बात लड़की के बाबा को पता चलती है। तो वह यह आघात बर्दाश्त नहीं कर पाते और मरने से पहले पार्वती का विवाह कंपनी के मैनेजर हरीश से तय कर जाते हैं। एक दिन रस्सी का पुल पार करते हुए हरीश का पैर फिसलता है और वह जाता है। पार्वती, राजन को हरीश की मौत का जिम्मेदार ठहराती है क्योंकि घटना के समय राजन भी वही मौजूद होता है। क्या वास्तव मे ही राजन हरीश की मौत का जिम्मेदार था? क्या पार्वती के विधवा होने पर राजन ने फिर उससे विवाह किया? क्या पार्वती ने अपने पति की मौत का बदला लिया? दो तड़पते दिलों की कहानी जिसे लोकप्रिय उपन्यासकार गुलशन नंदा ने लिखा है।

 

Summary of book जलती चट्टान / Jalti Chattan Book PDF Download


जलती चट्टान
रेलगाड़ी ने जब सीतापुर का स्टेशन छोड़ा तो राजन देर तक खड़ा उसे देखता रहा। जब अंतिम डिब्बा सिगनल के करीब पहुँचा तो उसने एक लंबी साँस ली। अपने मैले वस्त्रों को झाड़ा, सिर के बाल संवारे और गठरी उठाकर फाटक की ओर चल पड़ा।
जब वह स्टेशन के बाहर पहुँचा तो रिक्शे वालों ने घूमकर आशा भरे नेत्रों से उसका स्वागत किया। राजन ने लापरवाही से अपनी गठरी एक रिक्शा में रखी और बैठते हुए बोला-‘सीतलवादी’।
तुरंत ही रिक्शा एक छोटे से रास्ते पर हो लिया, जो नीचे घाटी की ओर उतरता था। चारों ओर हरी-भरी झाड़ियाँ ऊँची-ऊँची प्राचीर की भांति खड़ी थीं। पक्षियों के झुंड एक ओर से आते और दूसरी ओर पंख पसारे बढ़ जाते, जिस पर राजन की दृष्टि टिक भी न पाती थी। वह मन- ही-मन प्रसन्न हो रहा था कि वह स्थान ऐसा बुरा नहीं-जैसा वह समझे हुए था।

We have given below the link of Google Drive to download in जलती चट्टान / Jalti Chattan Book PDF Download Free, from where you can easily save PDF in your mobile and computer. You will not have to pay any charge to download it. This book is in good quality PDF so that you won't have any problems reading it. Hope you'll like our effort and you'll definitely share the जलती चट्टान / Jalti Chattan Book PDF Download with your family and friends. Also, do comment and tell how did you like this book? 

Q. Who is the author of the book जलती चट्टान / Jalti Chattan Book PDF Download?
Answer. No tags for this post.

Download

Recommended for you

There are no comments yet, but you can be the one to add the very first comment!

Leave a comment